Skip to main content

Posts

Showing posts from October 3, 2017

-ब्रायन ट्रेसी के मोटिवेशनल कोट्स

ब्रायन ट्रेसी का जन्म 5 जनवरी 1944 एक कनाडाई-अमरीकन आत्म-विस्वास और प्रेरक सार्वजानिक वक्ता और लेखक है वह सत्तर से अधिक पुष्तकों के लेखक हैं ,जिनका दर्जनों भाषाओँ में अनुवाद किया गया है। उनकी लोकप्रिय पुस्तकें ,अर्न व्हाट यू आर रियली ,इट दैट फ्रॉग! और द साइकोलॉजी ऑफ़ अचीवमेंट है आइये इनके मोटिवेशनल विचारों को जानते हैं।-ब्रायन ट्रेसी के  मोटिवेशनल कोट्स 1 जिंदगी में कॉम्बिनेशन लॉक जैसी जैसी होती है ,बस इसमें अंक ज्यादा होते हैं। अगर आप सही क्रम में सही नंबर घुमाएंगे तो ताला खुल जायेगा। ब्रायन ट्रेसी मैंने पाया है की भाग्य की भविष्यवाणी की जा सकती है। यदि आप अधिक भाग्य चाहते हैं ,तो ज्यादा जोखिम लें। ज्यादा सक्रीय बनें। ज्यादा बार नजर में आएं। ब्रायन ट्रेसी यहाँ नौकरी के क्षेत्र में सफलता पाने का तीन हिस्सों का सरल फार्मूला बताया जा रहा है : थोड़ी जल्दी आएं ,थोड़ी ज्यादा मेहनत से काम करें और थोड़ी ज्यादा देर तक ऑफिस में रुकें। इस फॉर्मूले का पालन करने पर आप अपने प्रर्तिस्पर्धाओं से आगे निकल जाएंगे की वे आपकी बराबरी नहीं कर पाएंगे। ब्रायन ट्रेसी सेल्सपर्सन ,उद्दमी य

शिखर तक पहुँचने के सात क़दम

1000 प्रतिशत के फ़ोरमूले के सात क़दम इस प्रकार हैं :  क़दम -1 सुबह जल्दी उठें , सुबह के पहले घंटे में शैक्षणिक , प्रेरक या आध्यात्मिक पड़कर स्वयं में निवेश करें । जैसा कि हेनरी वार्ड बिचर ने कहा था , पहला घंटा  ही  पूरे दिन की दिशा तय करता है ।   हर दिन एक घंटे तक अपने क्षेत्र से सम्बंधित पुस्तकें पड़ने की बदौलत आप तीन से पाँच साल में राष्ट्रीय बिसेसज्ञ बन जाएँगे । केवल इसी तथ्य से आपके कैरीअर में १००० प्रतिशत वृद्धि हो सकती है । क़दम - 2 अपने लक्ष्य हर दिन दोबारा लिखें । एक  स्पाइरल   नोट बुक लें और सुबह बुक्स पड़ने के बाद अपने मुख्य लक्ष्य दोबारा लिखें । हर दिन लिखें ।   हर दिन सिर्फ़ लक्ष्य लिखने से दस वर्ष में आपकी आमदनी 1000 प्रतिशत बड़ जाएगी । क़दम -3 पूरे दिन की योजना पहले से बना लें । एक सूची तैयार करें और काम शुरू केन से पहले प्राथमिकताएँ तय   करें (http://jaihodream.blogspot.com/2017/08/blog-post_7.html , परथमिकता तय

आत्म- अनुशासन के बारे में प्रेरणा दायक qoutes

साहस डर की अनुपस्थित नहीं है ; यह तो डर पर नियंत्रण है , डर पर विजय है ।            - मार्क टवेन असफलता के हज़ार बहाने हो सकते हैं , परंतु अच्छा कारण एक भी नहीं होता ।           - मार्क टवेन ।  दूसरे आपसे उम्मीद करते हैं , उससे ऊँचे पैमाने पर अपना मूल्याँकन करें । कभी भी बहाने ना बनाएँ । कभी भी ख़ुद पर दया न करें । अपने प्रति कठोर और बाक़ी के प्रति दयालु रहें ।           -  हेनरी वार्ड बिचर ( उन्निस्वी सदी के ईसाई धर्म गुरु )  लीडर्स पैदा नहीं होते ; वे बनते हैं अन्य चीज़ों की तरह ही उन्हें बनाने में मेहनत लगती है । और यही वह क़ीमत , हमें इस या किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चुकानी पड़ती है ।       - वीन्स लॉम्बॉर्डी । सेना में अनुशासन की अवहेलना से ज़्यादा हानिकारक कुछ भी नहीं है ; क्यूँकि संख्या नहीं , अनुशासन से ही   एक सेना दूसरी से श्रेष्ठ बनती है ।          - ज़ार्ज वाशिंगटन   किसी दीर्घकालीन लक्ष्य का पीछा करते समय आत्म - दमन का गुण और उसे बनाए रखने की इक्षशक्ति संचालक

Popular posts from this blog

नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी

आज 21 वी सदी का सबसे क्रन्तिकारी तरीका है नेटवर्क मार्केटिंग है। लेकिन लोगों के मन में बहुत से सवाल होते हैं इन कंपनियों को लेकर। लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूँ की सच में नेटवर्क मार्केटिंग एक बहुत ही शानदार और बिज़नेस की तरह ही है जिसे आप बहुत कम इन्वेस्टमेंट के साथ शुरुआत कर सकते हैं। इस बिज़नेस की खास बात यह है की आपको जो भी चैलेंज आने वाला है पहले ही पता चल जाता है और परिणाम भी। नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी आज के समय की जरुरत है क्यूंकि आपको पता है जॉब की मारामारी और यदि आपका कैसे करके लग भी जाये तो बॉस जीना हराम कर देता है। तो यदि आपको समय की आजादी और पैसे की आजादी चाहिए तो आपको अपना नेटवर्क बनाना पड़ेगा। और नेटवर्क बनाने के लिए आपको सीखना पड़ेगा। चेतावनी -एक महत्वपूर्ण बात इसमें भी और बिज़नेस की तरह ट्रेनिंग की जरुरत होती है और उसके बाद भी अन्य व्यवसाय के तरह ही कोई गरंटी नहीं होती है की आप सफल हो ही जाएँ। स्कोप इन इंडिया -अगर मैं भारत में बात करें तो बहुत कम लोग नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में जुड़े है अगर एक सर्वे के अनुसार और एक किताब में छपे लेख के अनुसार भार

विज्युलाइजेशन से वजन घटाया

आप इसे विज्युलाइजेशन  दौरान जब आप अल्फा लेवल पर जाकर यह स्क्रिप्ट जो निचे दिया जा रहा है उसे आप मन में दोहराएं। विज्युलेशन बहुत ही प्रभावकारी होता है। आप विज्युलाइजेशन  सुबह या शाम में कर सकते हैं। या फिर आप सफर के दौरान भी कर सकते हैं। आज विज्युलाइजेशन वजन घटाने के लिए है। मेरे सामने आइना है। आईने में,मैं दीखता हूँ। वाह ! वाह ! वाह ! किसी कितने आश्चर्य की बात है। किसी समय  मानना था की मेरा वजन घट नहीं सकता है लेकिन आज वास्तविकता मेरे सामने है ,उपयुक्त वजन के साथ मेरा शरीर आईने में दिख रहा है। पेट ,कमर, कंधे ये सभी जितने होने चाहिए थे एक सामन्य वजन के मुताबिक ही हैं। मैं अपने पैरों के निचे वजन का कांटा देख सकता हूँ मेरा वजन उतना ही दिखाई दे रहा है जितना मेरे उम्र और आयु के हिसाब से होना चाहिए था।  वजन तोलने की मशीन में कांटा स्पष्ट दिखाई दे रहा है। ( कुछ समय के बाद ) मैं अपने काम में व्यस्त हूँ ,मेरा काम बहुत स्फूर्ति से कर रहा हूँ। शीघ्रता से और स्फूर्ति से काम करने में आनंद आ रहा है। मेरा शरीर बिलकुल नया और बिलकुल हल्का महसूस हो रहा है। मेरा वजन कम होने से काम की गति भी बढ़ ग

अजीम प्रेम जी विप्रो संस्थपक एशिया के सबसे बड़े दानवीर

अजीम प्रेमजी विप्रो संस्थपक  एशिया के सबसे बड़े दानवीर  ने दान किए 52,750 करोड़ भारत सरकार ने जब कोरोना से युद्ध लड़ने के लिए मदद मांगी तो उन्हों ने दान किए 52,750 करोड़ रुपये, अब तक 145,000 करोड़ दान दे चुके हैं , अजीम प्रेमजी  जन्म 25 जुलाई 1945 में करांची में हुआ था। उनको १९६६ में कैलिफोर्निआ की स्टैण्डर्ड यूनिवर्सिटी  कम्प्यूटर की पढाई  छोड़कर भारत लौटना पड़ा। उनके पिताजी ने उन्हें 7 करोड़ की कंपनी विरासत में दी थी ,जो वनस्पति घी ,और कपडे धोने का साबुन बना रही थी।  21 साल की उम्र में प्रेमजी को बिलकुल अनुभव नहीं था ,वो खुद भी साक्षात्कार में  -मैं इसके लिए बिलकुल तैयार नहीं था। मेरे पास एक ही स्वप्न था की मुझे एक बड़ी कंपनी बनानी है। उन्होंने अपने घी, तेल साबुन बनाने  व्यवसाय में वृद्धि की साथ ही एक बड़ी कम्पनी बनाने का सपने के साथ 1980 में आई टी क्षेत्र में प्रवेश किया। 1991 में उनको जब्बरदस्त मौका मिला। भारत सर्कार ने अमेरिका की आई बी ऍम कम्पनी भारत में व्यापार करने पर प्रतिबन्ध रख दिया। एक बिज़नेस मैन नाते अजीमप्रेम जी यह मौका हाथ से गवाना नहीं चाहते थे। उनको पता था की